प्रिया प्रकाश वैरियर..'अ नेशनल क्रश'
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प्रिया प्रकाश वैरियर |
एक ऐसी वीडियो क्लिप, जिसने केरल की एक लड़की को देश भर के लड़कों का ख़्वाब बना दिया है। आखिर ऐसा क्या है उस 26 सेकेंड की वीडियो क्लिप में.?
तो आपको बता दें कि उस क्लिप में नादानी, शोख़ी, मासूमियत, शरारत और मोहब्बत, ये सब कुछ था उस महज़ 26 सेकेंड में..
बाद में पत्रकारों ने इस बाबत जब उनसे इस क्लिप के बारे में सवाल पूंछे तो बड़ी सादगी से जवाब देते हुए प्रिया कहती हैं कि, "डायरेक्टर ने ऑन द स्पॉट बताया था कि ऐसा कुछ करना है और मुझे कहा गया कि क्यूट सा कुछ करना है। मैंने एक ट्राई मारा बस और एक ही शॉट में वो सीन ओके हो गया था। लेकिन मैंने सोचा नहीं था कि ये इतना वायरल हो जाएगा..''
बकौल प्रिया, ''इसके लिए मैंने कोई प्रैक्टिस नहीं की थी और जो हुआ वो ऑन द स्पॉट आ गया। शॉट के बाद सभी ने कहा था कि बढ़िया हो गया है लेकिन ये नहीं पता था कि ऐसा कुछ हो गया।
चलिए कोई बात नहीं ये प्रिया की आने वाली फिल्म 'Oru Aadar Love' के लिए उन्हें और उनके निर्माता-निर्देशक को जितनी पॉपुलरिटी की जरूरत थी वो रातोंरात उन्हें इस वीडियो के हिट होने से मिल गयी, उन्हें अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए न तो एक पाई खर्चनी पड़ी और न ही कोई पब्लिसिटी स्टंट करना पड़ा। लेकिन सोंचने वाली बात ये है कि जिस देश में एक लड़की के आँख मारने भर से सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया तक में भूचाल आ जाए, मात्र 24 घण्टों में ट्विटर पर उसके लगभग 7 लाख फ़ॉलोअर्स हो जाएं, उस देश में बेरोजगारी कि इंतहा किस कदर है इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
हमारे देश के तमाम क्रिएटिव लोगों ने, विशेषकर बेरोजगार युवाओं ने प्रिया वाले वीडियो के कई स्पूफ़ बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किए, जिन पर बहुत सारे ट्रोल आए हैं, जो बड़े ही मज़ेदार हैं। बॉलीवुड के सेलेब्रिटी से लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ ट्रोल बन रहे हैं, यहाँ तक कि हमारे देश के मोस्ट एलिजबल बैचलर राहुल गांधी के साथ भी उनका एक स्पूफ ऐसे ही किसी क्रिएटिव बन्दे की खलिहर दिमाग की उपज है, जो यूट्यूब पर लाखों बार देखा जा चुका है। और तो और इन खुराफातियों ने हमारे पीएम मोदी जी के साथ भी उनका वीडियो यूट्यूब में अपलोड किया है जिसे खूब देखा एवं शेयर किया जा रहा है।
मतलब हमारे देश में हद दर्जे की बेरोजगारी है, जिसकी वजह से ही ऐसे क्रिएटिव लोग इस तरह के ऊलजलूल के कामों में लगे हुए हैं। तभी तो मोदी जी ने पिछले दिनों जी न्यूज़ को दिए अपने एक साक्षात्कार में ऐसे बेरोजगारों को पकौड़े तलने की नसीहत दे डाली थी। अब उस नसीहत को सुनकर ये लोग ऐसे बिदके जैसे जैसे लाल रंग को देखकर साँड़। फिर तो इन लोगों ने मोदी जी को अपनी सृजनात्मक क्षमता का लोहा मनवा ही दिया और पकौड़े बेंचने की नसीहत देना मोदी जी को महंगा पड़ गया। विपक्ष से लेकर लेफ्ट तक, संसद से लेकर जेएनयू तक हर जगह उनके पकौड़े वाले कथन को लेकर माहौल गरमाया रहा।
अब खुद ही विचार करिए 'ऐसे बेरोजगार युवा पकौड़े तलने लायक नहीं हैं तो क्या हैं..??'
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